मूर्ति कला से जुड़े स्तूप और उनकी विशेषता

मूर्ति कला से जुड़े स्तूप और उनकी विशेषता

मूर्ति कला से जुड़े स्तूप और उनकी विशेषता


 मूर्ति कला से जुड़े स्तूप और उनकी विशेषता

भारत में प्राचीन काल से ही कई स्तूपों का निर्माण हुआ है। जिन की विशेषताएं अलग-अलग हैं इन स्तूपोर में जो अधिकतर प्रचलित हैं आज उनके बारे में हम बात करने वाले हैं जो कि आपकी टीजीटी और पीजीटी की परीक्षा में आने वाले मूर्तिकला या स्थापत्य कला में शामिल किया जाता है।

मौर्यकालीन स्तूप

  • स्तूप का शाब्दिक अर्थ होता है-वस्तु का ढेर ।
  • बौद्ध धर्म के पवित्र स्थलों के ऊपर बनी इमारत को स्तूप कहा जाता है।
  • स्तूप का उल्लेख सर्वप्रथम किस वेद में मिलता है- ऋग्वेद
  • स्तूप के कुल कितने भाग होते हैं-8 भाग
  1. चबूतरा
  2. अंड
  3. हार्मिका
  4. छत्र
  5. यष्टि
  6. सोपान
  7. बाउंड्री
  8. तोरणद्वार
  • स्तूपो के कितने प्रकार होते हैं- चार
  1. शारीरिक स्तूप
  2. पारिभोगिक स्तूप
  3. उद्देशिका स्तूप
  4. चैत्य स्तूप
  • बुध द्वारा प्रयोग में लाई गई वस्तुओं को रखकर किस स्तूप का निर्माण किया गया-शारीरिक स्तूप
  • बुध के भिक्षा पात्र, चिवर, पादुका पर किस स्तूप का निर्माण हुआ- पारिभोगिक स्तूप
  • भगवान बुद्ध के जीवन से संबंधित घटनाओं को किस स्तूप में दिखाया गया- चैत्य स्तूप
  • भगवान बुद्ध की मृत्यु के बाद उनके अवशेषों पर कितने स्तूपो का निर्माण हुआ- 8 स्तूपों का

पिपरहवा स्तूप


  • पिपरहवा स्तूप कहां स्थित है- सिद्धार्थनगर
  • सबसे प्राचीन स्तूप है-पिपरहवा वास्तु
  • ब्राह्मी लिपि का प्राचीनतम लेख का उल्लेख मिलता है-पिपरहवा वास्तु
  • वेदों की लिपि कैसी है-ब्राह्मी
  • देवनागरी लिपि में लिखा गया पहला महाकाव्य है- पृथ्वीराज रासो
  • भारत मे ब्राह्मी लिपि का उद्भव किस काल में हुआ- मौर्यकाल
  • देवनागरी का उद्भव हुआ था- गुजरात
  • बौद्ध साहित्य के अनुसार अशोक ने कुल कितने स्तूपो का निर्माण करवाया था-84000 स्तूपों

सांची स्तूप


  • सांची स्तूप का निर्माण किसने करवाया था- अशोक ,रायसेन (म.प्र.)
  • सांची स्तूप का निर्माण किससे हुआ है- इंटो से
  • सांची स्तूप की रेलिंग का निर्माण पत्थर से किस काल में हुआ- शुंगकाल
  • सांची स्तूप मे कुल कितने स्तूप मिले हैं- तीन ( बुद्ध की और उनके शिष्य शारिपुत्र और मोदग्लायन)
  • सांची स्तूप का निर्माण अशोक ने करवाया था- तीसरी शताब्दी में
  • बुद्ध के निर्वाण प्राप्ति की घटना को किसके द्वारा प्रदर्शित किया गया- स्तूप
  • सांची की स्तूप संख्या -2 किसके लिए प्रसिद्ध है- अलंकरण के लिए
  • सांची स्थित महास्तूप की वेदिका कैसी है- सादी
  • सांची में वनदेवी की मूर्ति किस काल में बनी- सातवाहन काल में


भरहुत स्तूप


  • भरहुत स्तूप का निर्माण कहां हुआ है- सतना (म.प्र.)
  • भरहुत स्तूप की खोज किया था -1873 ई. कनिंघम
  • कौन सा स्तूप पूर्णतः नष्ट हो गया है- भरहुत स्तूप
  • भरहुत स्तूप के अवशेषो को किस संग्रहालय में रखा गया है- राष्ट्रीय संग्रहालय कलकत्ता, इलाहाबाद, वाराणसी,सतना में

तक्षशिला स्तूप


  • तक्षशिला का स्तूप स्थित है- रावलपिंडी (पाकिस्तान)
  • तक्षशिला स्तूप का निर्माण करवाया था-अशोक
  • किस चीनी यात्रियों ने अशोक के द्वारा बनावाए स्तूपों को देखा- फाह्यान,ह्वेनसांग




निगलिवा स्तूप


  • निगलिवा स्तूप स्थित है- नेपाल
  • प्राचीनतम बुद्ध किसे कहा जाता है-कनकमुनी

बोधगया स्तूप


  • बोधगया का स्तूप कहां है- गया (बिहार)
  • भगवान बुद्ध को संबोधि ज्ञान प्राप्त हुआ था-बोधगया
  • बोधगया स्तूप का निर्माण करवाया था-अशोक ने

अमरावती स्तूप


  • अमरावती स्तूप स्थित है- आंध्र प्रदेश
  • अमरावती स्तूप का निर्माण कराया था-सातवाहन शासकों ने
  • अमरावती स्तूप किससे बना है -संगमरमर
  • अमरावती का प्राचीन नाम था- धान्यकटक
  • अमरावती स्तूप के अवशेष किस संग्रहालय में मिलते हैं-कोलकाता, मद्रास, लंदन


join Teligram      

एक टिप्पणी भेजें

अपना सुझाव दें।

और नया पुराने